
फरवरी के पहले सप्ताह बिश्नोईयों का डेरा मरुस्थलीय देश दुबई में रहा। 4 व 5 फरवरी को आयोजित अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन ने खूब सुर्खियां बटोरी। फिल्म अभिनेताओं से लेकर दुबई के शेख माजिद अल मुल्ला और विभिन्न देशों से आए हुए पर्यावरणविदों ने बिश्नोई समाज के पर्यावरण सरंक्षण हेतु दिए गए बलिदानों और संरक्षण की प्रेरक का परंपरा को सराहा। गुरु जांभोजी के पर्यावरणीय सिद्धांतों को जीवन में अपनाने का संकल्प लिया। इस सम्मेलन में भारत व विभिन्न देशों के प्रवासी बिश्नोईयों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। जाभाणी साहित्य अकादमी द्वारा शुरू की गई ‘पर्यावरण सम्मेलन’ की पहल को इस बार साथ मिला अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा का और मिनी वर्ल्ड के रूप में प्रसिद्ध दुबई देश में पर्यावरण सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सम्मेलन की सफलता का पता इस बात से लगाया जा सकता है कि 500 से अधिक बिश्नोईयों की सहभागिता के अलावा देश और विदेश के कोने-कोने से लाखों लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से सम्मेलन के हर सत्र में अपनी सभागिता सुनिश्चित की। इसका श्रेय जांभाणी साहित्य अकादमी और बिश्नोई महासभा के आयोजनकर्ता सदस्यों व समाज के जुनूनी लोगों को जाता है।
इस पर्यावरणीय सम्मेलन में पधारे दुबई के शेख माजिद अल मुल्ला ने 3.5 लाख स्क्वायर फूट भूमि बिश्नोई समाज को देने का वादा किया जिस पर खेजड़ली के शहीदों की यादों को चिरस्थाई सहेजा जा सकेगा।सम्मेलन में मेनस्ट्रीम मीडिया के इतर अकुशल मीडिया को पीआर का जिम्मा सौंपा गया नतीजन सोशल मीडिया पर फिल्म अभिनेता ‘विवेक ओबरॉय बने बिश्नोई’ शिक्षा शीर्षक से विडियो वायरल किए गए।
डॉक्टर सुनील तेतरवाल के प्रयासों से मिठड़िया गांव में 7 मंजिला और 784 आशियाने वाला पक्षीघर बनकर तैयार हो गया है। जिसकी लागत लगभग ₹5 लाख आई है। पक्षी घर में चुग्गे-पानी की व्यवस्था गौशाला प्रबंधन समिति व ग्रामीणों के द्वारा की जा रही है।
रीट पेपर लीक प्रकरण के आरोपी भजनलाल बिश्नोई ने बिश्नोई समाज की शैक्षणिक संस्था समराथल फाउंडेशन जो आर्थिक रूप से कमजोर तबके के मेधावी छात्र छात्राओं को डॉक्टर बनाने में अपनी महती भूमिका अदा कर रही है को ₹51 लाख देने की घोषणा की है। जिससे डिजिटल लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा।
फाल्गुन मेले के अवसर पर लालासर साथरी के प्रांगण में महंत स्वामी सच्चिदानंद जी आचार्य के सानिध्य त्रिदिवसीय बिश्नोई युवा सम्मेलन आयोजित होगा। जिसमें 17 फरवरी को संगीत प्रतियोगिता, 18 फरवरी को नारी व युवा संवाद और 19 फरवरी को मुख्य युवा सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। युवा सम्मेलन में भाग लेने हेतु पंजीकरण करवाना आवश्यक है। पंजीकरण हेतु lalasarsathari.in विजिट करें।
फाल्गुन मेले का आगाज 18 फरवरी से होगा, चार दिवसीय मेले में देश के कोने कोने से श्रद्धालु दर्शानार्थ मुकाम आएंगें।